भोपाल : 2024 की विदाई का वक्त आ गया है, इस साल अपराध की दुनिया की बात की जाए तो साइबर क्राइम ने एक अलग ही रिकॉर्ड बनाया. साल 2024 में मध्यप्रदेश में साइबर क्राइम के मामले (madhya pradesh cyber crime cases 2024) में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी देखी गई. इनमें साइबर फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट के मामले सबसे ज्यादा बढ़े. साइबर फ्रॉड्स और हैकर्स ने नए-नए तरीकों से प्रदेश के लोगों के करोड़ों रु पार कर दिए, जो चिंता का विषय बनता जा रहा है.
दो साल में 152 करोड़ रु के फ्रॉड
साइबर अपराधों के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2023 और 2024 में साइबर ठगों ने अलग-अलग तरीकों से 152 करोड़ रु की ठगी करी. कुल मिलाकर 992 छोटे-बड़े साइबर अपराध मध्यप्रदेश में हुए. ये सारी जानकारी मध्यप्रदेस विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल के सवाल के जवाब में दी गई.
सालभर में 80 प्रतिशत बढ़े साइबर फ्रॉड के मामले
वहीं साल 2024 के आंकड़े और भी चौंकाने वाले थे क्योंकि ये पूरा साल साइबर क्राइम के नाम रहा. गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेस में साल 2024 में साइगर ठगी की राशि में 80% का इजाफा हुआ. 2023 में जहां 19 करोड़ की ऑनलाइन ठगी हुई थी तो वहीं 2024 में ये बढ़कर 94 करोड़ हो गई. 2024 में भोपाल में 77, इंदौर में 141, जबलपुर में 94, उज्जैन में 44 मिलाकर प्रदेश में कुल 521 साइबर ठगी के मामले सामने आए. विशेषज्ञ के मुताबिक असल में ये आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता है क्योंकि कई ऑनलाइन ठगी के मामलों में लोग शिकायत दर्ज भी नहीं करा पाते.
नए साल में साइबर क्राइम की नई चुनौतियां
2023 के बाद 2024 में साइबर ठगी में 80 प्रतिशत का उछाल किसी चेतावनी से कम नहीं है. चेतावनी ये कि 2025 में साइबर अपराध अपने चरम पर हो सकता है. ऐसे में साइबर पुलिस से लेकर आम जनता को भी कमर कस लेनी चाहिए. वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले समय में साइबर क्राइम में एआई का इस्तेमाल काफी खतरनाक स्तर पर पहुंच सकता है.
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