भोपाल. मौसम के कई स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने की वजह से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है. गुरुवार शाम को भोपाल में लगातार 5 घंटे बारिश हुई, इससे बड़े तालाब का लेवल फुल टैंक लेवल के करीब पहुंच गया है. वहीं मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इस लगातार बारिश की वजह से अब मॉनसून अपने औसत से ऊपर पहुंच गया है.
एमपी में औसत से इतनी ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश में 1 जून से लेकर 25 जुलाई 2024 तक औसत से 1 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है. शुरुआत में बारिश औसत से पीछे चल रही थी. पश्चिमी मध्यप्रदेश में जहां औसत से 3 प्रतिशत ज्यादा पानी बरसा है, तो वहीं पूर्वी हिस्से में औसत से 1 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
यहां भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी मध्यप्रदेश के ज्यादातर जिलों में अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने नर्मदापुरम पचमढ़ी, रायसेन, सांची, विदिशा, पूर्वी भोपाल, नीमच, मंदसौर, टीकमगढ़, छतरपुर खजुराहो, कटनी, मैहर, में भारी बारिश जारी रहने की संभावना जताई है. वहीं जबलपुर, मंडला, शहडोल, कान्हा, अमरकंटक, अनुपपुर, नरसिंहपुर, मुरैना, शिवपुरी, दतिया, रतनगढ़, उज्जैन, सीहोर, देवास, खरगोन, हरदा, पेंच, छिंदवाड़ा और ग्वालियर में हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना है.
28 जुलाई से फिर होगी बारिश
एमपी के मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक, कुछ दिनों से जारी भारी बारिश का दौर धीमा पड़ेगा और 28 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय हो जाएगा, जो 30-31 जुलाई तक प्रदेश के उत्तरी हिस्से में तेज बारिश कराएगा. मौसम विभाग के मुताबिक ट्रफ लाइन उत्तर की ओर शिफ्ट होने के साथ लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है. वहीं झारखंड पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के बांग्लादेश की ओर बढ़ने से मध्य प्रदेश में बारिश में कुछ दिनों के लिए धीमी पड़ेगी. हालांकि, मानसून ट्रफ लाइन के प्रदेश से गुजरने के साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने का सिलसिला बना रहने से पूरे प्रदेश में वर्षा होने के आसार हैं. विशेषकर ग्वालियर, सागर एवं इंदौर संभाग के जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है.
यह भी पढ़ें- कभी भी खुल सकते हैं बरगी डैम के गेट
पिछले 24 घंटे में कहां कितना हुई बारिश (मिलीमीटर में)
- टीकमगढ़ में 88
- सागर में 65.2
- उमरिया में 49.6
- मलाजखंड में 33.7
- खरगोन में 24.2
- मंडला में 24
- गुना में 23.2
- जबलपुर में 20.6
- दमोह में 15
- खजुराहो में 12.4
- खंडवा में 10
- सीधी में 8.6
- पचमढ़ी में 4.9
- उज्जैन में 4.6
- सतना में 4.1
- रतलाम में 4