भोपाल : मध्यप्रदेश में औसत से ऊपर चल रही मॉनसूनी बारिश कुछ हद तक धीमी पड़ सकती है. 10 अगस्त को कुई जिलों में हल्की से तेज बारिश के बाद कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला थम सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक 15 अगस्त तक मॉनसून का कोई स्ट्रॉन्ग पैटर्न मध्यप्रदेश के ऊपर नजर नहीं आता. इस वजह से ज्यादातर इलाकों में ना के बराबर बारिश का अनुमान है.
क्यों धीमी पड़ी बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून की ट्रफ लाइन उत्तर की ओर शिफ्ट होने से 11 अगस्त के बाद बारिश की एक्टिविटी घटने लगेगी. कुछेक इलाकों में हल्की से मध्यम बूंदाबांदी ही होगी. अगला नया सिस्टम बनने तक एक हफ्ते तेज बारिश होने के आसार नहीं है. गौरतलब है कि शनिवार को भोपाल के आसपास इलाकों में तेज बारिश के चलते केरवा डैम का एक गेट खोल दिया गया है.
आज कहां हो सकती है बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार 10 अगस्त को पश्चिमी मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है. खासतौर पर श्योपुर, गुना, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर में तेज और सागर, दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, शहडोल व अनूपपुर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
ये भी पढ़ें –
सीजन में पहली बार खोले गए कोलार डैम के गेट, भोपाल का बड़ा तालाब भी लगभग फुल
मंडला में अबतक सबसे ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक मध्यप्रदेश में 10 अगस्त 2024 तक औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. पूरे प्रदेश में मंडला बारिश में सबसे आग है, जहां औसत से 11 प्रतिशत ज्यादा यानी कुल 40 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है. वहीं सिवनी में 37.17 इंच, नर्मदापुरम में 34.24, छिंदवाड़ा में 31.53, रायसेन में 33.43, राजगढ़ में 31, डिंडौरी में 31, सागर में 30, बालाघाट में 30.28, सीहोर में 29 भोपाल में 32.73, और जबलपुर में 29.54 इंच बारिश हुई है. बड़े शहरों में इंदौर सबसे पीछे है, जहां केवल 18.67 इंच बारिश हुई है.